डिलीवरी ब्वॉय | crime story in hindi:
crime story in hindi : एक शहर में लगातार तीन हत्याओं से सनसनी फैल जाती है | CCTV के फ़ुटेज से पता चलता है, कि हत्यारा एक डिलीवरी ब्वॉय है, जोकि खाने की डिलिवरी का काम करता था | उस जगह पर जहाँ तीसरी हत्या हुई थी, वहाँ से उस लड़के का ID कार्ड भी बरामद किया गया | जिसमें उसका नाम बॉब था | उसके ऑफ़िस में जाकर पता चलता है, कि वह एक और डिलिवरी देने गया है और तभी पुलिस को सूचना मिलती है | एक और हत्या हो चुकी है | इस शहर में हत्यारा बेख़ौफ़ घूम रहा था और एक के बाद एक हत्या करता जा रहा था | प्रशासन के कान खड़े हो चुके थे | उसे लोकेशन ट्रैक करके गिरफ़्तार कर लिया गया और उसे रिमांड रूम में ले जाकर पूछताछ करने पर पता चला, कि ये हत्याएं उसने की ही नहीं | वह तो केवल, खाने की डिलिवरी देने जाता था | पुलिस के अधिकारी भी, यह नहीं समझ पा रहे थे, कि CCTV में तो साफ़ साफ़ नज़र आ रहा है, कि जितनी भी जगह हत्या हुई है | उस जगह पर बॉब मौजूद था | लेकिन वह सच बोल रहा था, क्योंकि इतना टॉर्चर करने के बाद भी, उसने अपना बयान नहीं बदला था | अधिकारियों को कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि मामला क्या चल रहा है ? तभी केस की छानबीन करने के लिए, स्पेशल जासूसी टीम को, यह काम दिया जाता है और जासूसी टीम आते ही लड़के से पूछताछ कर के पता लगाती है, कि जिस समय हत्याएं हुई थी | उस समय बॉब अपने में होश में नहीं था, क्योंकि उसे वहीं रहते हुए, ये तक याद नहीं, कि उन लोगों से बॉब की क्या बात हुई थी ? जासूसी टीम के अधिकारी बॉब का मस्तिष्क परीक्षण करवाना चाहते हैं, क्योंकि उसी से पता चल सकता है, कि उसकी मानसिक हालत ठीक है या नहीं और वह झूठ बोल रहा यह सच | बॉब को हॉस्पिटल लाया जाता है और उसके दिमाग़ की स्कैनिंग की जाती है |
रिपोर्ट में पता चलता है, कि बॉब के दिमाग़ मैं, एक चिप लगी हुई है, जिससे उसे कंट्रोल किया जाता है | यह बात पता चलते ही जासूसी समझ जाती है, कि ज़रूर इन हत्याओं के पीछे कोई और है, जो की बॉब को मोहरा बनाकर, अपराध को अंजाम दे रहा है और जासूसी टीम उसके दिमाग़ की चिप, अनुसंधान केन्द्र में भेज देते हैं | जिससे यह पता लगाया जा सके, कि उस चिप का कंट्रोल किस जगह से किया जा रहा है | जासूसी टीम की छानबीन चल ही रही होती है, कि अचानक शहर में दो हत्याएं और हो जाती है और वहाँ भी बॉब की तरह किसी और डिलीवरी ब्वॉय के होने के सबूत मिलते हैं | जासूसी टीम के अधिकारी, अब यह बात समझ चुके थे, कि हत्यारा कोई और है | यह तो सिर्फ़ मोहरे हैं, लेकिन शायद अपराधी यह बात नहीं जानता था और वह लगातार जुर्म करता जा रहा था | चिप का परीक्षण होने के बाद पता चलता है, कि इसे कंट्रोल करने के लिए पाँच किलोमीटर के दायरे में ही रहना होगा | मतलब अपराधी शहर के अंदर ही है | यह बात साबित हो चुकी थी और अब बारी थी, उसे पकड़ने की | जिसके लिए जासूसी टीम, सायबर पुलिस की हेल्प लेती है और हत्या होने वाली जगह से पाँच किलोमीटर के दायरे का नेटवर्क एक्सेस करवा लेती है, जिससे उन्हें अपराधी के ऑनलाइन खाता इंटरनेट की तकनीकी गतिविधियों की जानकारी मिलने लगती है | जासूसी टीम को कंप्यूटर स्क्रीन पर, एक सिग्नल दिखाई देता है | जिससे यह पता चलता है, कि कुछ ही दूर एक और व्यक्ति, कंट्रोल करके, एक रिहायशी बिल्डिंग मैं भेजा जा रहा है और जासूसी टीम, तुरंत उस लोकेशन पर पहुँच जाती है और हत्या होने के पहले ही उस व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया जाता है | लेकिन ताज्जुब की बात तो यह है, कि इसे भी बॉब की तरह कुछ याद नहीं था और यह भी अपने धुन में मस्त बिल्डिंग के अंदर प्रवेश कर रहा था | लेकिन इसकी चिप, अभी भी कनेक्टेड होती है | इस वजह से उसे कंट्रोल करने वाले, व्यक्ति की वर्तमान लोकेशन पता चल जाता है |
जासूसी टीम पुलिस को अलर्ट करके उन्हें गिरफ़्तार करवा लेती है | हत्यारों के गिरफ़्तार होने पर, मीडिया की लाइन लग जाती है और सारे शहर में ये बात आग की तरह फैल जाती है | सभी यह जानना चाहते हैं, कि हत्यारा ऐसा क्यों कर रहा था | कुछ घंटों की पूछताछ से असली हत्यारा अपना अपराध स्वीकार कर लेता है और बताता है | वह एक अनुबंधित हत्यारा (कॉन्ट्रैक्ट किलर) है और पैसे लेकर, इस काम को अंजाम देता है | इसके लिए वह बेरोज़गार लोगों को, डिलेवरी ब्वाय के काम पर रखता था और उन्हें बेहोश करके, उनके दिमाग़ में चिप लगवा देता था | जिससे वह डिलेवरी ब्वाय इसके इशारों पर हत्याएं करते थे | अपराधी के पकड़े जाने पर, जासूसी टीम को पुलिस डिपार्टमैंट के, उच्च अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया जाता है और अपराध की दुनिया का यह अध्याय समाप्त हो जाता है |