ऑनलाइन कमेंट (nai kahani) (new kahani):
नई कहानी (new kahani) आपको नए ज़माने की बुराइयों से अवगत कराएगी सोशल मीडिया में किसी भी विडियो और आर्टिकल में कॉमेंट मिलना तो आम बात है, बल्कि यह कहना सही होगा कि ऑनलाइन कमेंट के बिना, किसी भी कंटेंट की लोकप्रियता का पता नहीं लगाया जा सकता | लेकिन कई बार सोशल मीडिया में गलतियों का बहुत खामियाजा भुगतना पड़ता है | अर्जुन नाम का एक लड़का हॉस्टल में रहता था | वह अपने माँ बाप का चहेता था, इसलिए वह उसकी जिद मानकर उसे शहर पढ़ने भेज देते हैं, लेकिन वह सारा दिन सोशल मीडिया में ही टाइम पास किया करता था | उसे ऑनलाइन कमेंट करने की लत पड़ गई थी | वह किसी भी विडियो को देखने के बाद कॉमेंट ज़रूर करता था | एक बार वह अपने हॉस्टल के कमरे में बैठकर वीडियो देख रहा था, अचानक उसके मोबाइल की स्क्रीन पर न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्चिंग का वीडियो आ जाता है और वह वीडियो के कॉमेंट बॉक्स में अंदाज़े से एक अल्फ़ान्यूमेरिक कमेन्ट टाइप कर देता है |
और कुछ देर बाद वीडियो देखते देखते अर्जुन सो जाता है, लेकिन दो बजे अचानक अर्जुन के कमरे के दरवाज़े पर, कोई दस्तक देता है | अर्जुन आँख मींचते हुए उठता है और जैसे ही दरवाज़ा खोलता है, तो चौंक जाता है | सामने आर्मी के जवान बंदूक ताने हुए खड़े होते हैं | तुरंत अर्जुन को फ़र्श में गिरा दिया जाता है और उसे पीछे से हथकड़ी लगाकर, गाड़ी में बैठा कर आर्मी के टॉर्चर रूम लाया जाता है | अभी तक अर्जुन को कुछ समझ में नहीं आ रहा होता | वह आर्मी वालों से पूछता है, “सर मुझे यहाँ क्यों लाया गया है | क्या मैं कोई आतंकवादी हूँ” ? लेकिन आर्मी के जवान कोई जवाब नहीं देते | कुछ ही देर में आर्मी की एक महिला अधिकारी टॉर्चर रूम में दाख़िल होती है |
महिला अधिकारी आते ही अर्जुन को एक ज़ोरदार थप्पड़ मारती है | अर्जुन की आँखों में अंधेरा छा जाता है | अचानक किसी लड़की का थप्पड़, वो भी बिना गलती किए, अर्जुन की आँखों से आँसू निकल आते हैं | महिला अधिकारी अर्जुन से पूछती है, कि वह सीक्रेट कोड तुम्हें कहाँ से पता चला, जो तुमने कॉमेंट में लिखा था | वह हमारे न्यूक्लियर लॉन्च का पासवर्ड था, जिसकी जानकारी तो इस देश के प्रधानमंत्री को भी नहीं है | लेकिन तुझे ये पासवर्ड पता है | ज़रूर तूने हमारा सिस्टम हैक किया है | अर्जुन को सारा माजरा समझ में आ जाता है | अर्जुन महिला अधिकारी से कहता है, “मैडम वह कोई पासवर्ड नहीं, मैंने अंदाज़े से कीबोर्ड पर हाथ चलाते हुए कुछ भी टाइप कर दिया था” लेकिन महिला अधिकारी ने अर्जुन की एक न सुनी | उसने २ आर्मी के जवानों को बुलाकर, अर्जुन को सारी रात, टॉर्चर करने का आदेश दे दिया | अर्जुन डर की वजह से चीखने लगता है | लेकिन यहाँ अर्जुन की चीख सुनने वाला कोई नहीं है | उसे सारी रात टॉर्चर किया जाता है, लेकिन वह एक ही बात पर टिका होता है, कि “मैंने ऑनलाइन कॉमेंट अंदाजे से किया था | मुझे कोई पासवर्ड नहीं पता” | सुबह होते ही महिला अधिकारी टॉर्चर रुम आती है और उसकी बुरी हालत देखकर टॉर्चर रुकवा देती है | महिला अधिकारी को एहसास होने लगता है, कि शायद अर्जुन सही कह रहा है, क्योंकि इतनी मार खाने के बाद भी उसने अपना बयान नहीं बदला था | लेकिन महिला अधिकारी के पास अर्जुन को निर्दोष मानने का कोई सबूत नहीं है, इसलिए वह साइबर एक्सपर्ट की मदद लेती है | जिससे अर्जुन के बारे में अच्छे से पता लगाया जा सके | साइबर एक्सपर्ट अर्जुन के पुराने डिजिटल रिकॉर्ड की जाँच करती है, जिसके अंतर्गत अर्जुन के सारे ऑनलाइन कमेंट पढ़े जाते हैं |
साइबर एक्सपर्ट्स को अर्जुन का एक भी कॉमेंट देश विरोधी नहीं लगता और न ही वह किसी, आतंकवादी संगठन को फ़ॉलो भी कर रहा है | इससे यह साबित होता है, कि अर्जुन कोई अपराधी नहीं है | लेकिन अर्जुन ने इतना सटीक पासवर्ड कैसे लिख लिया, यह बात मन में एक संदेह तो पैदा कर ही रही थी | कुछ दिनों तक अस्पताल में अर्जुन का इलाज करवाया जाता है और इसके बाद उसे रिहा कर दिया जाता है | आर्मी की क़ैद से बाहर निकल कर अर्जुन राहत की साँस लेता है | आर्मी की टीम गुप्त तरीक़े से अर्जुन पर नज़र रख रही होती है, लेकिन अर्जुन निस्फिकर होकर अपने सोशल मीडिया में मसरूफ़ हो जाता है | कुछ दिनों के बाद, आर्मी को पूरी तसल्ली हो जाती है, कि अर्जुन एक साधारण लड़का है, इसलिए वह उसका पीछा करना बंद कर देते हैं | 15 दिनों बाद न्यूक्लियर मिसाइल, अनुसंधान केन्द्र के अंदर ही, अपने आप ब्लास्ट हो जाती है और अर्जुन अपने कंप्यूटर के सामने बैठे बैठे मुस्कुरा रहा होता है | इसी के साथ कहानी का पहला भाग समाप्त हो जाता है |