जादूगरों का कमाल देखकर, लोगों को बहुत ख़ुशी मिलती है लेकिन कई बार ज़िम्मेदार लोगों की नादानी की वजह से उन्हें भारी क़ीमत चुकानी पड़ती है हाथ की सफाई | haath ki safai ( कहानी ) suspense story एक ऐसे व्यक्ति की है, जो एक बैंक का मुख्य कोषाधिकारी था, जिसके ऊपर बैंक के सारे मुद्राकोष की ज़िम्मेदारी थी | वह अधिकारी बहुत ही हसमुख क़िस्म का इंसान था | वह बहुत जल्द ही, लोगों से घुल मिल जाता था | बैंक में सभी लोगों से, उसकी अच्छी पटती थी | बैंक के सालाना कार्यक्रमों में, वह अक्सर गाना गाया करता था | सभी कर्मचारी उसका गाना सुनकर बेहद ख़ुश होते थे | इस बार यह बैंक, सभी बैंकों की तुलना में सबसे ज़्यादा मुद्रा खाते खोलकर, रिकॉर्ड क़ायम करता है | बैंक की सारी मुद्रा लॉकर में रख दी जाती है | बैंक के अच्छे प्रदर्शन के लिए, एक प्रोग्राम आयोजित किया जाता है | प्रोग्राम में मनोरंजन के लिए, हाथ की सफाई ( haath ki safai ) करने वाले जादूगर को भी बुलाया जाता है | बैंक में सभी कर्मचारियों के, परिवार को भी आमंत्रित किया गया था | सभी कर्मचारी, अपने परिवार के साथ, बैंक की सफलता का जश्न मनाने पहुँचते हैं | आए हुए सभी अतिथियों के लिए खाने पीने का शाही इंतज़ाम किया जाता है | लोगों का आना जाना लगा रहता है और कार्यक्रम प्रारंभ हो जाता है | इसी बीच जादूगर हाथ की सफाई | haath ki safai दिखाने के लिए मंच पर चढ़ जाता है | बैंक के कोषाधिकारी सबसे आगे बैठकर, कार्यक्रम का लुत्फ़ उठा रहे होते हैं | जादूगर के हर खेल में, दर्शकों की तालियां बज रही होती हैं | कोषाधिकारी भी जादूगर के हाथ की सफाई ( haath ki safai ) को देखकर उसे मंच में कुछ रुपये ईनाम में देते हैं | ठीक, जादूगर का खेल ख़त्म होते ही, सभी लोगों को खाने के लिए, कुर्सी टेबल में बैठाया जाता है |

जादूगर के बग़ल में, कोषाधिकारी की कुर्सी लगी होती है | सभी की थालियों में खाना परोस दिया जाएगा और सभी खाना प्रारंभ कर देते हैं | इसी दौरान जादूगर और कोषाधिकारी की बात होने लगती है | कोषाधिकारी जादूगर से हाथ की सफाई ( haath ki safai ) का एक नमूना व्यक्तिगत तौर पर दिखाने को कहते हैं | तभी जादूगर, उनके जेब में रखे, एक लिफ़ाफ़े को माँगता है, जिसकी जानकारी जादूगर को पहले से थी | लिफ़ाफ़े में बैंक के मुद्राकोष का सीक्रेट पासवर्ड लिखा था | कोषाधिकारी जादूगर पर भरोसा करके, लिफ़ाफ़ा उसे दे देते हैं | जादूगर अपने हाथ की सफाई ( haath ki safai ) से कोषाधिकारी के सामने ही, वह लिफ़ाफ़ा बदल देता है और कोषाधिकारी को लिफ़ाफ़ा खोलने को कहा जब उसने लिफ़ाफ़ा खोलकर देखा तो, उसके अंदर पासवर्ड मौजूद नहीं होता | कोषाधिकारी के चेहरे का रंग उड़ जाता है | वह जादूगर से, ऊँचे स्वर में कहते हैं, “अरे पासवर्ड कहा गया | उसे जल्दी लाओ, नहीं तो मेरी नौकरी चली जाएगी” | जादूगर अगले ही पल, दोबारा उन्हें लिफ़ाफ़ा खोलने को कहता है, लेकिन इस बार पासवर्ड आ चुका होता है | कोषाधिकारी जादूगर के हाथ की सफाई ( haath ki safai ) देखकर ख़ुश होते हैं | वह उसे अपने पारिवारिक कार्यक्रम में, आने का आमंत्रण देते हैं | बैंक के कार्यक्रम में, सभी लोगों को बहुत मज़ा आता है | सभी लोग ख़ुशी ख़ुशी अपने घर लौट जाते हैं, लेकिन अगली सुबह, बैंक के कर्मचारियों की नींद उड़ जाती है, क्योंकि बैंक का सारा ख़ज़ाना ख़ाली हो चुका था | बैंक ने साल भर में, जितने भी मुद्रा इकट्ठी की थी | वह चोरी हो चुकी थी | चोरी इतनी बड़ी थी कि, बहुत सी एजेंसियां बैंक पहुँच चुकी थी | पुलिस ने चारों तरफ़ से, बैंकों को घेर लिया था | चोरी का पता चलते ही, बैंक के चारों तरफ़ लोगों की भीड़ इकट्ठी हो चुकी थी | सीक्रेट एजेंट घटना स्थल पर पहुँच चुके थे | धीरे धीरे तहक़ीक़ात शुरू होती है | पुलिस कार्यक्रम में, आए हुए सभी मेहमानों की सूची मंगवाती है और एक एक करके, सभी से पूछताछ होने लगती है | तीन दिनों की कड़ी पूछताछ के बाद भी, अधिकारियों को चोरी का कोई सबूत नहीं मिलता |

महिला अधिकारी, बैंक के सबसे बड़े कर्मचारियों को, पूछताछ के लिए बुलाने की अनुमति मांगती है, लेकिन पुलिस के बड़े अधिकारी, उसे ऐसा करने की इजाज़त नहीं देते है | महिला पुलिस अधिकारी की एक सहेली, मीडिया में काम कर रही होती है, जिससे वह मिलने जाती है और बैंक का सारा मामला उसे बताती है | दरअसल महिला पुलिस अधिकारी चाहती है कि, उसे बैंक के बड़े अधिकारियों से पूछताछ करने की अनुमति मिल जाए, इसलिए वह अपनी सहेली से सरकार पर न्यूज़ के ज़रिए, दबाव बनाने को कहती है ताकि, वह बैंक के सभी अधिकारियों से पूछताछ करने की अनुमति दे दें | बैंक की चोरी का मुद्दा, उच्च स्तरीय बन चुका था इसलिए, पत्रकार इस काम के लिए तैयार हो जाती है और महिला पुलिस अधिकारी की चाल क़ामयाब हो जाती है | सरकार पर दबाव बढ़ते ही, बैंक के उच्चाधिकारियों को, पूछताछ के लिए बुलाया जाता है और कड़ाई से पुछतांच होने पर, कोषाधिकारी बताते हैं कि, एक जादूगर ने हाथ की सफाई ( haath ki safai ) दिखाते हुए, बैंक के लॉकर का पासवर्ड वाला लिफ़ाफ़ा, कुछ समय के लिए बदला था और जब जादूगर के बारे में जानकारी पता की जाती है तो, पता चलता है कि, वह एक शातिर चोर है, जो जादूगर के खेल दिखाकर बड़ी बड़ी कंपनियों में चोरियों को अंजाम देता है | इस काम में, उसके साथ कुछ लोग और भी हैं, जिनके पुराने आपराधिक मामले लंबित हैं | कोषाधिकारी को, अपनी गलती का एहसास होता है | उनकी लापरवाही से ही, इतनी बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया था | अगर वह जादूगर से, हाथ की सफाई ( haath ki safai ) देखने का, आग्रह न करते तो, जादूगर को कभी पता नहीं चलता कि, लिफ़ाफ़े के अंदर कौन सा पासवर्ड है | बैंक में चोरी की ख़बर से सारे राज्य में, तहलका मच चुका था |

बहुत से लोगों की जमा पूंजी जा चुकी थी | बैंक दिवालिया होने की कगार में था और चोर की तलाशी के लिए, सारे राज्य में पुलिस फ़ैल जाती है और चप्पे चप्पे की तलाशी लेने लगती है | एक दिन, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, एक बूढ़ा आदमी बच्चे को बॉल से खेलकर दिखा रहा होता है | पुलिस को, उस पर श़क होता है जैसे ही, पुलिस उसके पास जाती है, उसके चेहरे का रंग उड़ जाता है और वह यहाँ वहाँ देखने लगता है, जिस वजह से पुलिस का श़क और बढ़ जाता है | पुलिस उसे अपने साथ उठाकर पूछताछ केन्द्र में ले जाती है और पूछताछ करने पर, उसका असली रूप सामने आ जाता है | यह वही जादूगर है जिसने, बैंक में इतनी बड़ी चोरी को अंजाम दिया है | यह आज देश से बाहर जाने की तैयारी में था | बैंक के चोर का पता चलते ही, बैंक कर्मचारियों को राहत मिलती है | पुलिस, चोर से चोरी हुआ, सारा कैश (मुद्रा) बरामद कर लेती है | चोर की गिरफ़्तारी से, कोषाध्यक्ष की नौकरी तो बच जाती है, लेकिन उसे कोषाधिकारी के पद से हटा दिया जाता है | चोर को गिरफ़्तार करने वाले अधिकारियों को, सम्मानित किया जाता है और इसी के साथ काम समाप्त हो जाती है |
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